माँ नर्मदा ने अब तक हमें बचाया है।अब समय आ गया है कि हम माँ नर्मदा को बचायें मां नर्मदा नदी के दोनों तटों पर वृक्षारोपण करें ।पेड़-पौधों से हमें ऑक्सीजन की प्राप्ति होती है, जो हमें जीवित रखने के लिए बहुत आवश्यक है। और जानिए
जंगल है तो जल हे, जल है तो जीवन है
प्रकृति की सेवा का भाव सनातन धर्म है
जल तत्व के देवता शिवजी है, जल तत्व के द्वारा ही हमें ज्ञान की प्राप्ति होती है साथ ही मन की शांति भी इसी तत्व से मिलती है.
हमारा शरीर पंचतत्व से मिलकर बना है. पंचतत्व में से एक तत्व जल पर सेवा का कार्य करना हम सब का धेय होना चाहिये । जंगल है तो जल जल तो जीवन एक तत्व से कार्य करने से सभी तत्व उसमें ही समाहित हो जाते है
अग्नि तत्व के देवता सूर्य देव बताये गए है. अग्नि से हमारा स्वास्थ्य संबंधित होता है. निरोगी काया के लिए भगवान सूर्य की स्थापना करें।
आकाश तत्व के स्वामी विष्णु भगवान है आकाश तत्व प्रेम से संबंध रखता है.
पृथ्वी तत्व के देवता गणेश जी है, जींदगी में स्थयित्व व् विघ्न नाश के लिए गणेशजी की उपासना करे.
वायु तत्व माता पार्वती के अधीन है, धन सम्पदा के लिए माँ पार्वती की पूजा करे